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जेमस्टोन (राशि रत्न) धोखा देते हैं।
जेमस्टोन (राशि रत्न) धोखा देते हैं, हमेशा कुंडली की गहन जांच के बाद ही राशि रत्न पहनें। या सिर्फ राशि रत्न पहनने के बाद जब आपके जीवन में कुछ बहुत अच्छा हो जाए, तो राशि रत्न को हटा दें। अन्यथा, यह अच्छा होगा कि शरीर पर कोई भी राशि रत्न ना पहनें ।
राशि रत्न भृमित करते हैं।
केवल राशि रत्न पहनते ही जीवन में कुछ बहुत अच्छा होता है। पहनने वाले को यह विश्वास हो जाता है कि राशि रत्न उसके जीवन में आगे बहुत अच्छा करेगा। लेकिन उसके बाद जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं होता है।
लंबे समय तक एक राशि रत्न पहनना।
यह देखा गया है कि लंबे समय तक पहनने के बाद भी जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं होता है। लंबे समय तक एक राशि रत्न पहनने से कोई छिपी हुई हानि हो सकती है, शरीर में चुपचाप उत्पन्न होने वाली कोई स्वास्थ्य समस्या होती है, कुछ धन-संपत्ति की हानि, परीवार में संबंध बिगड़ना या यह प्रतिष्ठा का कोई नुकसान हो रहा होता है।
जेमस्टोन पहनने वाला व्यक्ति इस धोखे में रहता है कि, राशि रत्न पहनते ही कुछ बहुत अच्छा हुआ था; वह मानने लगता/लगती है कि यह जीवन में आगे भी कुछ बहुत अच्छा करेगा। लंबे समय तक राशि रत्न पहनने के बाद वह इस भ्रम में रहता/ रहती है कि उसके पास जो भी कुछ है वह राशि रत्न के कारण ही है।
वह ग्रह जो उस राशि रत्न का प्रतिनिधित्व करता है।
यदि उस ग्रह के लिए कुंडली की जांच की जाती है जो उस राशि रत्न का प्रतिनिधित्व करता है, तो यह देखा जा सकता है कि वह ग्रह कोई अच्छा परिणाम नहीं दे सकता है। और कुंडली द्वारा देखा जा सकता है कि कुछ अनदेखा अनसमझा खराब हो रहा है। जन्म कुंडली में, ग्रह दशा होती हैं जिन्हें ग्रह की महादशा कहा जाता है जो कि कई वर्षों की होती हैं अर्थात् 6, 7, 10, 16, 17, 18, 19 और 20 वर्षों कि। यदि राशि रत्न कई वर्षों के लिए पहना जाता है और एक ग्रह कि महादशा पर पहना जाता है, तो उसे अगले ग्रह की महादशा में पहरना जारी रखना हानिकारक होगा, यदि कुंडली में ग्रह महादशा बदल गई है तो इसे हटाना होगा। महादशा बदल ने पर वह राशि रत्न फायदा नही देगा। नुकसान दे सकता है।
रत्नों को हटाने के लिए कहा जाए तो।
यदि व्यक्ति को राशि रत्न शरीर से उतार कर रख देने के लिए कहा जाता है। तो व्यक्ति राशि रत्न उतारने से डरता है। व्यक्ति को लगता है कि इसे उतार कर बहुत नुकसान होगा। आज मुझे जो कुछ भी मिला है वह इस राशि रत्न के कारण है। लेकिन ऐसा नहीं है, इस पर विश्वास कीजीए; यह मानना, यह समझना बिल्कुल गलत है, और ऐसा बिल्कुल नहीं है। पहनने वाला केवल इस पर विश्वास करता है क्योंकि सिर्फ राशि रत्न पहनने के कुछ ही दिनों में कुछ बहुत अच्छा हुआ था। यही कारण है कि ज्योतिष ने अपने लंबे अनुभव और शोध के बाद कहा है कि जेमस्टोन भृमित करते हैं।
दो, तीन, या अधिक राशि रत्न पहने हैं।
यदि
कोई भी व्यक्ति दो,
तीन, या अधिक राशि
रत्न उँगलियों,
गर्दन या कलाई में, शरीर पर कहीं
भी धारण कर रहा है,
तो ज्योतिष आचार्य को पूरा यकीन
है कि उसने अपनी
कुंडली की उचित जांच
करके राशि रत्न नहीं पहने हैं। क्योंकि ज्योतिष आचार्य के अनुसार सभी नौ ग्रह एक-दूसरे के अनुकूल नहीं
हैं, वे एक-दूसरे
से शत्रुता रखते हैं।
ग्रहों का यह शत्रु
संबंध पहनने वाले पर बहुत हानिकारक
प्रभाव डालता है जो शरीर
पर एक साथ कई
राशि रत्न पहन रहे हैं। वह बहुत तनाव
का सामना करता है, उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच
रहा है,
जीवन में संघर्ष है और संबंध खराब हो रहे हैं। बहुत सारे राशि रत्न पहनने वालों के जीवन का तनाव,
संघर्ष दुख तकलीफें
उनके चेहरे पर जरूर होगीं, आसानी से देखा जा सकता है।
राशि रत्न
के द्वारा बहुत से लाभ।
यह कुंडली द्वारा भी देखा जा सकता है कि क्या केवल एक राशि रत्न व्यक्ति को जीवन की सभी वांछित आवश्यकताएं दे रहा है। अर्थात् अच्छा स्वास्थ्य, अच्छा धन, अच्छे संबंध, उच्च प्रतिष्ठा, और सभी खुशी, आदि। हाँ, कुछ कुंडलीयों में एक ही ग्रह ऐसा होता है जो व्यक्ति को जीवन की सभी वांछित आवश्यकताएं दे सकता है, पर कुछ रुकावट आ रही है तो ऐसे ग्रह का राशि रत्न पहरने से बहुत लाभ होगा।
कभी-कभी ऐसा होता है कि राशि रत्न पहनने वाले व्यक्ति को उस राशि रत्न से बहुत लाभ हो रहा है, लेकिन उस राशि रत्न के कारण उसके परिवार के किसी भी सदस्य का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। वैदिक ज्योतिष में ऐसा माना जाता है और कहा भी जाता है कि जन्म कुंडली के ग्रह परिवार के अन्य सदस्यों को अच्छा या बुरा प्रभाव देते हैं। यदी व्यक्ति के जन्म कुण्डली में माता-पिता, बहन, भाई, जीवन साथी या बच्चों, आदि को अच्छा या बुरा प्रभाव देने वाले ग्रह का राशि रत्न पहना है तो वह परिवार के सदस्यों के लिए अच्छा या हानिकारक हो सकता है।
निष्कर्ष।
इसलिए, कुंडली की पूरी व सूक्श्म जांच के बाद ही राशि रत्न धारण करना चाहिए। अन्यथा, यह अच्छा होगा कि शरीर पर कोई भी राशि रत्न न पहना जाए।
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